भारत का सबसे लंबा “गंगा एक्सप्रेसवे” प्रोजेक्ट, पूरी रफ्तार में जारी

गंगा एक्सप्रेसवे जो कि बनने पर भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा, पूरी रफ्तार में आगे बढ़ रहा है। 1020 किलोमीटर लम्बा यह एक्सप्रेसवे 36,000 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है और इसी साल जनवरी में कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दी थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था की 6, 556 हेक्टेयर में फैला यह एक्सप्रेसवे दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा।

उत्तरप्रदेश एक्सप्रेसवेज़ औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने अपनी 44वीं बोर्ड मीटिंग में इस परियोजना पर चर्चा की। इस मीटिंग के कार्यवृत की अनुसार गंगा एक्सप्रेसवे के रोडमैप को अनुमति मिल गयी है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस्वेज़ औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सी. ई. ओ. अवनीश कुमार अवस्थी, जिन्होंने बैठक की अध्यक्षता भी की थी, उन्होंने कहा कि इस परियोजना की बात पहले भी की जा रही थी, और तब इसे मंजूरी नहीं मिली थी। अब यह फैसला लिया गया है कि इस एक्सप्रेसवे को गंगा से 10 किलोमीटर दूर बनाया जाएगा तो यह मंजूर कर लिया गया है। एक्सप्रेसवे की परियोजना पर्यावरण के नियमों का खयाल रखता है व स्थानीय लोगों को इससे बहुत फायदा पहुंचेगा। बैठक की कार्य-वृत से यह भी पता चला कि इस परियोजना के लिए जरूरी सभी अनुमतियाँ मिल चुकी हैं।

यहां जानने योग्य बात यह भी है कि इस परियोजना का पहला भाग 596 किलोमीटर का होगा व यह मेरठ, ज्योतिबा फुले मार्ग, हापुड़, सम्भल, बदायुं, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, हरदोई, उन्नाव, राय-बरेली, प्रतापगढ़, और प्रयाग राज जिलों से होकर गुजरेगा। इसमें पांच बड़े पुल व अठारह फ्लाई-ओवर होंगे। इस एक्सप्रेसवे की कुल लागत 35, 952 करोड़ आंकी गयी है।