जानिये कैसे हुई देवी संध्या और कामदेव की उत्पत्ति
इस युवक को आगे चलकर कामदेव और मनमाड़ नाम से भी सम्बोधित किया गया । अपनी शक्ति का परिचय देने के लिए कामदेव ने अपने तूणीर से पुष्पों से लदा बाण निकाला और सहसा ही
Read moreइस युवक को आगे चलकर कामदेव और मनमाड़ नाम से भी सम्बोधित किया गया । अपनी शक्ति का परिचय देने के लिए कामदेव ने अपने तूणीर से पुष्पों से लदा बाण निकाला और सहसा ही
Read moreतो जिस घड़ी का इंतज़ार श्रद्धालुओं को पूरे साल से रहता है वह घड़ी आ गयी है । भारत ही
Read moreलेखिका देश की प्रख्यात स्पिरिचुअल हीलर और टैरो कार्ड रीडर “बबिता” हैं । संपर्क [email protected] अगर हम आपसे कहें की
Read moreइस प्रकार भागीरथ ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए और तपस्या की। जब गंगा स्वर्ग से उतरीं, तो भगवान शिव ने आकाश को अपने बालों के तले ढक दिया, ताकि पृथ्वी पर एक बूंद भी न गिरे।
Read moreकुछ समय पश्चात श्री हरि विष्णु ने माता अदिति और महर्षि कश्यप के यहां जन्म लिया । यह जगत के पालनहार भगवान विष्णु का पांचवा अवतार था जिसे संसार में लोग “वामन अवतार” के नाम से जानते हैं ।
Read moreवैसे तो हिंदू पौराणिक कथाओं में अनेक रोचक प्रसंगों का उल्लेख मिलता है, आज हम पांडवों के पूर्वज राजा ययाति
Read moreसभी जीव चाहे मनुष्य हों या भगवान, सब सृष्टि के नियमों से बन्धे हुए हैं । अगर हमारे कृत्य से
Read moreकोणार्क सूर्य मंदिर को 13वीं शताबदी में बनाया गया था और ये भारत के ओडिशा राज्य के कोणार्क में मौजूद
Read moreभगवान विश्वकर्मा ब्रह्मा के पुत्र थे। हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान विश्वकर्मा को ही देव शिल्पी के नाम से
Read moreसमय यात्रा और समय मशीनें पिछले कुछ दशकों से विज्ञान और फिल्मों का एक विषय रही हैं| पर यह विषय
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